आंगनबाड़ी केंद्रों की हालत दयनीय
स्कूल के प्रथम तल पर दो आंगनबाड़ी सेंटर संचालित है, जहां कुल दोनों सेंटरों को मिलाकर पंजीकृत 120 नौनिहालों में केवल दो बच्चे मिले। केंद्रों से जुड़ी शोभावती वर्मा, लालदेई, कुसुम शर्मा व गीता इधर-उधर समय बिता रहीं थी। बताया गया कि पोषाहार बच्चों के घरों को पहुंचाया जा रहा है। स्कूल में बार-बार चोरी की घटनाएं हो रही है, चौकीदार की दरकार है।
उच्च प्राथमिक विद्यालय के निकट नवनिर्मित आंगनबाड़ी भवन के हैंडओवर न होने से विद्यालय के ही खिड़की टूटे एक कक्ष में केंद्र से जुड़ी रीना देवी, सुभद्रा, ऊषा देवी व सन्नो गपशप से दिन काटती मिली। यहां दो सेंटरों पर पंजीकृत कुल 65 नौनिहालों में केवल आधा दर्जन बच्चे इधर-उधर फुदक रहे थे। बताया गया कि नौनिहालों का पोषाहार उनके घरों पर भेज दिया गया।

स्कूल के प्रथम तल पर दो आंगनबाड़ी सेंटर संचालित है, जहां कुल दोनों सेंटरों को मिलाकर पंजीकृत 120 नौनिहालों में केवल दो बच्चे मिले। केंद्रों से जुड़ी शोभावती वर्मा, लालदेई, कुसुम शर्मा व गीता इधर-उधर समय बिता रहीं थी। बताया गया कि पोषाहार बच्चों के घरों को पहुंचाया जा रहा है। स्कूल में बार-बार चोरी की घटनाएं हो रही है, चौकीदार की दरकार है।
उच्च प्राथमिक विद्यालय के निकट नवनिर्मित आंगनबाड़ी भवन के हैंडओवर न होने से विद्यालय के ही खिड़की टूटे एक कक्ष में केंद्र से जुड़ी रीना देवी, सुभद्रा, ऊषा देवी व सन्नो गपशप से दिन काटती मिली। यहां दो सेंटरों पर पंजीकृत कुल 65 नौनिहालों में केवल आधा दर्जन बच्चे इधर-उधर फुदक रहे थे। बताया गया कि नौनिहालों का पोषाहार उनके घरों पर भेज दिया गया।

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